72 Part
40 times read
0 Liked
अगर बदल न दिया / फ़िराक़ गोरखपुरी अगर बदल न दिया आदमी ने दुनियाँ को, तो जान लो कि यहाँ आदमी कि खैर नहीं. हर इन्किलाब के बाद आदमी समझता है, ...